
बगीचा आपके घर की ख़ूबसूरती में चार चांद लगाता है। इसलिए अधिकांशत: लोग छोटा या बड़ा बगीचा अपने घर के सामने या बालकनी में ज़रूर लगाते हैं। हालांकि बगीचे की सिंचाई के लिए पानी भी काफ़ी लगता है। ऐसे में जिनके यहां पानी भरपूर मात्रा में आता है, उनके लिए तो ठीक है, मगर जिनके घर पानी की दिक्कत है। उन्हें सिंचाई के दौरान समस्या हो सकती है। इसलिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि आप किस तरीक़े से अपने बगीचे की सिंचाई करते हुए पानी की बचत कर सकते हैं।
१) बाल्टी और मग का इस्तेमाल करें
बगीचे की सिंचाई करने के लिए ज़्यादातर लोग सीधे पाइप का इस्तेमाल करते हैं, जिससे पानी ज़रूरत से ज़्यादा बह जाता है। अत: आपको पाइप की जगह बाल्टी और मग का इस्तेमाल करना चाहिए। साथ ही पौधों को पानी देते समय ध्यान रखें कि पानी उतना ही डालें जितनी ज़रूरत हो।
२) ड्रिप सिंचाई का इस्तेमाल करें
पानी की बचत करने के लिए आप अपने बगीचे की सिंचाई के लिए ड्रिप सिंचाई पद्धति का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे पानी की सबसे ज़्यादा बचत होती है। इसे आप बड़ी ही आसानी से घर पर बना सकते हैं।

इसके लिए आपको बस एक पतले पाइप और एक बड़ी सॉफ्ट-ड्रिंक बोतल की ज़रूरत पड़ेगी। सबसे पहले पाइप को पौधों की जड़ से सटाते हुए बिछा दें। उसके बाद हर पौधे की जड़ के पास पाइप में एक पतला छेद कर दें। ध्यान रखें छेद सिर्फ़ उतना ही करें जिससे पानी बूंद-बूंद करके टपके। अब पाइप के एक सिरे को पूरी तरह से बंद कर दें और दूसरे सिरे को बोतल के निचले सिरे में छेद करके जोड़ दें। इसके बाद उसमें पानी भर दें। अब पानी बूंद-बूंद करके पौधों की जड़ों को मिलता रहेगा। इससे पौधों को हमेशा नमी भी मिलती रहेगी और पानी भी बहुत कम ख़र्च होगा।
३) बर्तनों को खंगालने में लगने वाला पानी
बर्तन धोने के लिए सिंक और खंगालने के लिए बाल्टी का इस्तेमाल करें। जी हां, बर्तन को एक बार साबुन से मांजने के बाद पहले उसे सिंक में पानी से धोएं। फिर एक बाल्टी में साफ़ पानी लेकर धोए हुए बर्तनों को खंगालें। इससे बर्तन अच्छी तरह साफ़ हो जाएंगे। अब खंगाले हुए पानी से अपने बगीचे में लगे हुए पौधों की सिंचाई करें।
४) सब्ज़ियों व फलों को धोने में लगने वाला पानी
सब्ज़ियों और फलों को काटने से पहले आप उसे पतीले से भरे पानी में डालकर रगड़कर धोते हैं और फिर उस पानी को नाली में बहा देते हैं। मगर अब से ऐसा न करें, बल्कि सब्ज़ियों और फलों को धोने के बाद बचे हुए पानी को बगीचे या गमलों में लगे पौधों में डालें। इससे पानी की बचत होगी और पौधो ं को पानी की आपूर्ति भी।
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५) चावल, दाल जैसे अनाज को धोने में इस्तेमाल हुआ पानी
फल और सब्ज़ी की तरह दाल, चावल, मटर, चना आदि अनाज को पकाने से पहले भी आप इसे दो से तीन बार अच्छी तरह मसलकर धोते हैं। फिर धुले हुए पानी को छानकर फेंक देते हैं। मगर अब से छाने हुए पानी को फेंकें नहीं, बल्कि इस पानी का इस्तेमाल पौधों की सिंचाई के लिए करें।
तो आज से अपने बगीचे की सिंचाई करने के लिए इन तरीक़ों को अपनाएं और पानी बचाएं।