हम अक्सर इस गलतफहमी में रहते हैं कि वॉशिंग मशीन हमारे घर के सबसे साफ उपकरणों में से एक है। इसमें गंदे कपड़े अंदर जाते हैं और साफ कपड़े बाहर आते हैं इसका मतलब यही है कि यह जादुई रूप से हर समय साफ रहती है, है ना?
गलत, यहां हम इस बात को स्पष्ट कर रहे हैं! वॉशिंग मशीन के नियमित उपयोग से मशीन के विभिन्न पार्ट्स में लाइमस्केल और कीट जमा हो जाता है, जिसके परिणामस्वरूप मशीन की कार्यक्षमता और उसका जीवनकाल कम हो जाता है। मशीन में कपड़े धोने के लिए कठोर पानी के प्रयोग से लाइमस्केल जमा होता है। खराब क्वालिटी के डिटर्जेंट या अत्यधिक डिटर्जेंट का उपयोग करने के कारण मैल जमा हो जाता है।
समाधान: नियमित अंतराल में वॉशिंग मशीन की डीस्केलिंग
हमने देखा है कि हमारी फ्रंट लोड या टॉप लोड वॉशिंग मशीन सर्वश्रेष्ठ तरीके से काम करती रहे इसके लिए आवश्यक है कि, इसके ड्रम को समय-समय पर डीस्केल किया जाए। डीस्केलिंग प्रक्रिया के द्वारा हम उपकरणों में लगातार कठोर पानी के उपयोग की वजह से जमा होने वाले सफेद, चॉक जैसे लाइमस्केल को साफ कर सकते हैं।
ड्रम में जमे कठोर पानी को, यदि हम बिना साफ़ किए छोड़ देते हैं, तो उसमें से मटमैली गंध आने लगाती है, और इसकी वजह से हमारे कपड़ों पर फफूंद जम जाती है और साथ ही से नमी युक्त दुर्गंध आने लगती है। इसके परिणामस्वरूप, इससे वॉशिंग मशीन की उम्र कम हो जाती है और वॉशर खराब प्रदर्शन करने लगता है। शुरुआत में, हमने वॉशिंग मशीन के ड्रम को साफ करने के लिए कुछ घरेलू उपाय जैसे बेकिंग सोडा और विनेगर आजमाए, लेकिन हमने देखा कि यह प्रभावी रुप से कारगर नहीं थे। बल्कि, विशेषतौर पर विनेगर अपने पीछे एक बेहद तेज और खट्टी गंध छोड़ देता है जिससे सफाई प्रक्रिया में अधिक समस्या का सामना करना पड़ता है। साथ ही, कई बार, बेकिंग सोडा और विनेगर को मिलाकर उपयोग करने से डीस्केलिंग एक थका देने वाली प्रक्रिया हो जाती है। साथ ही हमने जमाव को सामान्य तरीके से रगड़ कर साफ करने की कोशिश भी की, लेकिन चूंकि वह एक कठोर जमाव होता है, हमें बहुत ज्यादा रगड़ना पड़ा, जिसके परिणाम स्वरूप ड्रम में खरोंचे आ गयी।

सफेद विनेगर जैसे घरेलू उपचार की तुलना में, हमने पाया कि वॉशिंग मशीन डीस्केलर्स को खासतौर पर अधिक असरदार एवं लंबे समय तक अच्छे परिणाम देने के लिए तैयार किया जाता है |
डीस्केलर्स खासतौर पर रसायनिक एजेंट्स होते हैं, जिनका उपयोग कठोर पानी के साथ काम करने वाली धातु की सतहों पर जमा कैल्शियम और लाइमस्केल को हटाने के लिए किया जाता है। उनमें से कुछ, ड्रम में कैल्शियम मॉलिक्यूल्स को तोड़ने और मशीन में पंप किए जा रहे कठोर पानी को नरम करने की क्षमता भी होती है।
वॉशिंग मशीन के ड्रम को डीस्केल और साफ कैसे करें
समय बीतने पर ड्रम में जमा होने वाले लाइमस्केल के कारण ना सिर्फ लॉन्ड्री और कपड़ों को नुकसान होता है बल् कि मशीन की ऊर्जा ग्रहण करने की क्षमता भी कम हो जाती है। अन्य भागों की तुलना में वॉशिंग मशीन के ड्रम में लाइमस्केल का निर्माण अधिक होने का मुख्य कारण यह है कि यह धुलाई चक्र के दौरान सबसे अधिक कठोर पानी के संपर्क में आता है।
क्या आप एक क्लीनिंग या लॉन्ड्री उत्पाद को खरीदने के लिए अधिक प्रवृत्त होंगे जिसके पैक पर एक दिखाई देता है QR कोड होता है तुलना में एक उत्पाद के साथ जिसमें QR कोड नहीं होता है?
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सोचिए ड्रम को डीस्केलिंग करना बेहद सरल हो, आपके द्वारा किए गए DIY प्रोजेक्ट की तरह हो, सर्विस प्रोफेशनल्स की फीस से बेहद कम हो ( जिसकी, नियमित अंतराल पर सच में जरूरत होती है!)
चरण 1: हम मशीन के दरवाजे को सील करने वाले रबर बैंड को गीले कपड़े से साफ करने से शुरुआत करते हैं। ऐसा ही मशीन के दरवाजे और ड्रम के साथ भी करते हैं; नजर आने वाली धूल और गंदगी का साफ़ होना सुनिश्चित करें।
चरण 2: अगले चरण में हम वॉशिंग मशीन के ड्रम को विशेष रूप से डीस्केलिंग प्रोडक्ट से साफ करेंगे। हमने पाया सर्फ एक्सेल वॉशिंग मशीन डीस्केलर्स जो कि बेहद सुविधाजनक है क्योंकि यह टैबलेट के रूप में आते हैं और फ्रंट लोड व टॉप लोड दोन ों तरह के मॉडल्स में उपयोग करने में बहुत आसान हैं। ये मशीन ड्रम में आसानी से घुल जाते हैं।
हमें बस इतना करना था कि इनमें से 2 टैबलेट को वॉशिंग मशीन के खाली ड्रम में डालना था और मशीन में सबसे लंबे समय चलने वाला चक्र सेट करें एवं चक्र के अंत में, हम यह देखकर बहुत प्रभावित हुए कि कैसे डिस्केलर्स ने ड्रम की सफाई में अपना जादू चलाया, साथ ही यह नींबू की ताजगी भरी खुशबू अपने पीछे छोड़ गया।
हमने पैक पर पढ़ा है कि ये टेबलेट्स न सिर्फ लाइमस्केल और जमी हुई मैल को वॉशिंग मशीन के ड्रम से साफ करती हैं, बल्कि यह अधिक स्वच्छ धुलाई के लिए बैक्टीरिया का भी सफाया करती हैं। यह हमारे वॉशिंग मशीन के ड्रम को नियमित रूप से साफ करने के लिए अत्यधिक आसान और परेशानी मुक्त प्रक्रिया है, क्योंकि ड्रम के अंदर जमी हुई गंदंगी को रगड़ कर साफ करने के लिए हमारे पास समय नहीं होता, जैसा कि घरेलू उपचार में करना पड़ता है।
चरण 3: फिर हम बाहरी गंदगी को हटाने के लिए गुनगुने पानी में भिगोए हुए एक मुलायम कपड़े से मशीन के बाहरी हिस्से को साफ़ किया, उसके बाद एक सूखे कपड़े से साफ़ किया।
चरण 4: एक बार सफाई का चक्र पूरा होने पर, हम सलाह देंगे कि अंदर के ड्रम को जब वह गर्म हो तभी एक स्पॉन्ज या साफ मुलायम कपड़े से साफ करें और दरवाजा कुछ देर खुला छोड़ दें ताकि वह अच्छी तरह से सूख जाए।
हम नियमित रूप से हमारी वॉशिंग मशीन के ड्रम की सफाई के महत्व पर ध्यान नहीं देते - जबकि सर्विस प्रोफेशनल्स के द्वारा बकायदा डीप क्लीनिंग कुछ महीनों में करवाते रहते हैं, डीस्केलिंग की प्रक्रिया भी इसी तरह से बेहद आसान है और हमारी मशीन के सुचारू ढंग से काम करते रहने के लिए हम खुद कर सकते हैं।
अपनी मशीन को नियमित रूप से साफ करके, हम मोल्ड, गंध और बैक्टीरिया के निर्माण को रोक सकते हैं और प्रत्येक धुलाई के साथ पूरी तरह से स्वच्छ, ताजा कपड़े पा सकते हैं!
वॉशिंग मशीन को कितनी बार डीस्केल करना चाहिए
हमने महसूस किया कि सामान्य रूप से हमारी फ्रंट लोड या टॉप लोड वॉशिंग मशीन को मेंटेन करने के लिए बार बार सर्विसिंग करवाना खुद डीस्केलिंग करने की तुलना में महंगा और कठिन तरीका है। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि कम से कम साल में तीन बार वॉशिंग मशीन की डीस्केलिंग करना चाहिए। अगर आप कठोर पानी वाले क्षेत्र में रहते हैं तो आप ज्यादा बार भी कर सकते हैं।
वॉशिंग मशीन के अन्य भागों की सफाई
1) दरवाजे की सील -- इसे गर्म पानी में भीगे हुए कपड़े से हाथों से साफ करना चाहिए।
2) डिटर्जेंट कंपार्टमेंट - आमतौर पर यह डिटेचेबल होता है और इसे निकाला जा सकता है एवं अच्छे से धोया जा सकता है।
3) वॉटर इनलेट - कठोर पानी के कारण यहां ब्लॉकेज हो सकता है, इसके परिणामस्वरूप मशीन में पानी धीमी गति से आता है। इसकी अच्छी तरह से सफाई करना जरूरी है। आप वॉटर इनलेट के स्क्रीन हटा कर उन्हें पानी और डिटर्जेंट के घोल में भिगो कर रख सकते हैं। वॉटर इनलेट में जमी गंदगी, धूल और मैल को पुराने टूथब्रश की सहायता से साफ किया जा सकता है।
वॉशिंग मशीन की डीस्केलिंग इसके जीवनकाल को बढ़ाने में सहायक होती है। हम सलाह देंगे कि डीस्केलिंग प्रोडक्ट को उपयोग करने से पहले इस पर लिखे गए निर्देशों का सावधानी से पालन करें।