आपकी सेमी ऑटोमेटिक वॉशिंग मशीन की देखभाल और उसे बरसों असरदार तरीके से संचालित करते रहने के लिए 5 टिप्स

हम जानते हैं कि जब हम सेमी ऑटोमेटिक मशीन के साथ हाथ से / बाल्टी से कपड़े धोने की तुलना करते हैं तो पाते हैं इसने हमारी जिंदगी को आसान बना दिया है। लेकिन, इसके लंबे जीवनकाल और कार्यक्षमता के लिए नियमित रख रखाव और देखभाल जरूरी है। इन पांच टिप्स से जानिए कि कैसे आपकी सेमी ऑटोमेटिक मशीन को बरसों तक असरदार तरीके से चला सकते हैं!

अपडेट किया गया

पढ़ने का समय: मिनट

सेमी ऑटोमेटिक वॉशिंग मशीन की देखभाल

सेमी ऑटोमेटिक वॉशिंग मशीन को तब तक लापरवाही से प्रयोग किया जाता है जब तक वह हमारे लिए फ्रेश और साफ कपड़े देती रहती है। लेकिन, असली संघर्ष उस दिन शुरू होता है जब यह घरेलू उपकरण उम्मीद के मुताबिक काम करना बंद कर देता है। बरसों बीतने पर हम यह नोटिस करते हैं कि बार बार उपयोग करते रहने और पर्याप्त देखभाल नहीं करने से हमारी सेमी ऑटोमेटिक वॉशिंग मशीन की कार्यक्षमता कम हो गई है और उससे निकलने वाले कपड़े उतने साफ नजर नहीं आते जितने कि तब आते थे जब मशीन नई थी।

हम अक्सर जिद्दी दागों वाले और कपड़ों पर लगे अपशिष्ट पदार्थ जो बार बार धोने पर भी नहीं निकलते उनसे जूझते रहते हैं। कुछ दिनों बाद हमने महसूस किया कि हमारे कपड़ों की तरह ही हमारी सेमी ऑटोमैटिक वॉशिंग मशीन को भी नियमित रूप से देखभाल की जरूरत होती है। उस वक्त से हमने कुछ स्टेप्स फॉलो किए ताकि हमारी सेमी ऑटोमेटिक वॉशिंग मशीन सुचारू रूप से काम करती रहे। जानिए आप भी ऐसा किस तरह से कर सकते हैं!

1. मशीन को डीप क्लीन करें

हम सभी यह सोच लेते हैं कि वॉशिंग मशीन खुद को अपने आप साफ कर लेती है। चूंकि इसमें से हर वक्त पानी और साबुन गुजरता रहता है इसलिए इसके गंदे होने की बहुत कम संभावना रहती है।  लेकिन हमने देखा कि ऐसा बिलकुल भी नहीं होता। समय बीतने पर डिटर्जेंट, फैब्रिक सॉफ्टनर के अपशिष्ट पदार्थ, बैक्टीरिया आदि जमा हो जाते हैं और हमारी सेमी ऑटोमेटिक वॉशिंग मशीन की कार्यक्षमता और धुलाई की क्वालिटी को प्रभावित करते हैं।

हमने पाया कि वॉशिंग मशीन में वॉशिंग मशीन क्लीनिंग सॉल्यूशन को गर्म पानी में मिलाकर बिना कपड़ों के खाली चक्र चलाना काफी उपयोगी साबित होता है। हमने इस प्रक्रिया को अपनी सेमी ऑटोमेटिक वॉशिंग मशीन के वॉशिंग टब और स्पिन टब दोनों के लिए अपनाया। इस चक्र को चलाने के बाद जब हमने गीले कपड़े से दोनों टब को अंदर और बाहर से पोंछ कर साफ किया तब कपड़े पर डिटर्जेंट द्वारा छोड़ा गया चिपचिपा अपशिष्ट पदार्थ, सॉफ्टनर, लिंट इत्यादि नजर आए।

विज्ञापन
Surf Excel Matic Liquid

2. सही डिटर्जेंट प्रयोग करें जो अपने पीछे अपशिष्ट पदार्थ ना छोड़े

हमने नोटिस किया कि हमारी सेमी ऑटोमेटिक वॉशिंग मशीन सुचारू रूप से काम नहीं कर रही है जब हमारे कपड़े धुलाई के बाद भी गंदे नजर आ रहे थे। परिणाम स्वरूप हमें हर बार अपने कपड़ों को अपशिष्ट पदार्थ और मैल की छाप को साफ करने के लिए दोबारा धोना पड़ता था। वॉशिंग टब को दोबारा साफ पानी से भरना और दोबारा सारी प्रक्रिया को दोहराना हमारे लिए थका देने वाला होता था।

इस समस्या के समाधान हेतु हमारी कोशिशों में, अन्य बातों के साथ ही हमने अपने रेगुलर डिटर्जेंट जिससे हम अब तक कपड़े धो रहे थे उसे बदलने का निर्णय लिया। इस बार हम लिक्विड डिटर्जेंट प्रयोग करने के लिए उत्सुक थे, क्योंकि हमने पढ़ा था कि सेमी ऑटोमेटिक वॉशिंग मशीन के लिए यह सही रहता है। इस तरह हमें  सर्फ एक्सेल मेटिक टॉप लोड लिक्विड डिटर्जेंट के बारे में पता चला यह मार्केट में उपलब्ध था।

जब हमने पहली बार सर्फ एक्सेल मेटिक टॉप लोड लिक्विड डिटर्जेंट  को प्रयोग किया, हमने देखा कि इसकी तरल अवस्था इसे मशीन के अंदर पानी में फौरन घुल कर आसानी से कपड़ों के जिद्दी दागों तक पहुंचने में मदद करती है। धुलाई के बाद हमने देखा कि हमारे कपड़ों पर कोई अपशिष्ट पदार्थ नहीं था और यहां तक कि करी के जिद्दी दाग भी साफ हो गए थे। हमें इसकी बेहतरीन खुशबू भी बेहद पसंद आई जो कपड़ों से आ रही थी। और हां, निश्चित रूप से एक बड़ा फायदा यह हुआ कि इसने मशीन में कोई भी अपशिष्ट पदार्थ नहीं छोड़ा।

सर्वेक्षण

क्या आप एक क्लीनिंग या लॉन्ड्री उत्पाद को खरीदने के लिए अधिक प्रवृत्त होंगे जिसके पैक पर एक दिखाई देता है QR कोड होता है तुलना में एक उत्पाद के साथ जिसमें QR कोड नहीं होता है?

0 वोट

3. सेमी ऑटोमेटिक वॉशिंग मशीन के पानी के पाइप पर नजर रखें

हमारा अनुभव है कि, पानी के सहज प्रवाह के लिए, आपकी मशीन के अंदरूनी और बाहरी दोनों पाइप्स पर नजर रखना बेहद सहायक साबित होता है। सेमी ऑटोमेटिक वॉशिंग मशीन में तीन पाइप होते हैं जिनमें से दो मशीन के अंदर पानी के प्रवाह के लिए और एक बाहरी प्रवाह के लिए होता है। हमने एक मासिक शेड्यूल फॉलो किया यह चेक करने के लिए कि पानी के स्त्रोत में किसी प्रकार का लीकेज, क्रेक, अकड़न या रुकावट तो नहीं आ रही है।

बाहरी पाइप में मशीन का गंदा पानी, लिंट, कपड़े के अति सूक्ष्म कण, जो अक्सर ड्रेन फिल्टर में फंस जाते हैं और पाइप को अवरूद्ध कर देते । इसलिए, आपकी सेमी ऑटोमेटिक वॉशिंग मशीन के ड्रेन फिल्टर को हर 5 - 6 धुलाई के बाद साफ करना चाहिए ऐसा करना पाइप में होने वाले ब्लॉकेज से बचाता है।

हमने नोटिस किया कि सर्फ एक्सेल मेटिक टॉप लोड लिक्विड डिटर्जेंट  लंबे समय तक मशीन को सुचारू ढंग से चलाने के लिए भी बहुत अच्छा होता है। यह सामान्यतः मशीन के प्रकार के अनुसार झाग पैदा करता है। इसलिए पाइप्स के चोक या अवरुद्ध होने की संभावना बहुत कम होती है। यहां तक कि कठोर पानी की वजह से मशीन में बनने वाले मिनरल के डिपॉजिट का पैमाना भी सर्फ एक्सेल मेटिक टॉप लोड लिक्विड डिटर्जेंट की तुलना में काफी निम्न रहता है।

4. धुलाई के बाद ढक्कन खुला रखें

हम सभी यह गलती करते हैं कि उपयोग के बाद मशीन का ढक्कन फौरन बंद कर देते हैं, हम सोचते हैं कि खुले हुए ढक्कन के कारण धूल और गंदगी मशीन के अंदर जाएगी। हालांकि यह कुछ हद तक सच है, लेकिन उपयोग के तुरंत बाद ही ढक्कन बंद कर देने से मशीन के अंदर बैक्टीरिया और फफूंद पनपने लगती है।

इसलिए हमें हर धुलाई के बाद दोनों ढक्कन 15 से 30 मिनट के लिए खुले छोड़ देना चाहिए ताकि मशीन अच्छी तरह से सूख जाए और सेमी ऑटोमेटिक मशीन के नाजुक पार्ट्स नमी की वजह से खराब ना हो जाएं।

हमने यह सुनिश्चित करने के लिए कि हमारी सेमी ऑटोमैटिक मशीन में जरा सी भी नमी ना रह जाए इसके लिए एक और सरल टिप आजमाई, क्या है वह? हमने धुलाई चक्र पूरा होने के 15 से 30 मिनिट बाद वॉशिंग टब और स्पिन टब को एक मोटे टॉवल की सहयता से अंदर से पोंछ कर बची हुई नमी को भी सुखा दिया।

5. मशीन के फिल्टर को नियमित रूप से चेक करते रहें

सभी सेमी ऑटोमेटिक वॉशिंग मशीन में वॉशिंग टब के अंदर एक लिंट फिल्टर होता है। इस फिल्टर का प्राथमिक कार्य है कि यह धुलाई की प्रक्रिया के दौरान निकलने वाले लिंट और अन्य धूल के सूक्ष्म कणों को फिल्टर करता है। इस फिल्टर को नियमित रूप से साफ करने की जरूरत होती है क्योंकि हमने ध्यान दिया कि अगर यह पूरा भर जाता है तो यह और अधिक कचरा जमा नहीं करता। यह कचरा वापस लौट कर पानी में मिलता जाता है और कपड़ों पर चिपक जाता है व मशीन में जमने लगता है। अंततः यह मशीन के जीवन को कम कर देता है और मशीन की सफाई की क्षमता को भी प्रभावित करता है।

हम कभी भी नहीं सोचते कि यह छोटी सी चीज हमारी मशीन को गड़बड़ कर सकती है। इसीलिए, हम सुझाव देंगे कि मशीन का जीवनकाल बढ़ाने के लिए फिल्टर को हर माह में कम से कम एक बार जरूर साफ करना चाहिए।

की टिप: यह अवश्य सुनिश्चित करें कि आपकी सेमी ऑटोमेटिक वॉशिंग मशीन चूहों से पूरी तरह से सुरक्षित हो। अधिकांश नई डिजाइन वाली मशीनें चूहों के मशीन के अंदर प्रवेश करने और उसे नुकसान पहुंचाने के लिए कोई भी स्थान खाली नहीं छोड़ती। लेकिन अगर आपकी मशीन की डिजाइन में चूहों से सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है तो एक सामान्य सा स्टैंड और कवर भी इस समस्या का समाधान करने में मददगार साबित हो सकता है।

इन आसान सी पांच टिप्स को अपनाकर अपनी सेमी ऑटोमेटिक वॉशिंग मशीन को समय से पहले खराब होने से बचाएं और सुनिश्चित करें कि वह आने वाले कई वर्षों तक पूरी क्षमता से काम करती रहे!

मूल रूप से प्रकाशित