घर पर बारिश की समस्याओं से जूझ रहे हैं? ये टिप्स सहायक हो सकती हैं!

बारिश में घर पर होने वाली समस्याएं हमें असहज करती हैं और इनसे निपटना कठिन होता है, लेकिन हमारे पास हैं कुछ आजमाए हुए और परखे हुए उपाय, सिर्फ आपके लिए!

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बारिश में घर की परेशानियों से बचिए
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बारिश का मौसम हम में से किसी के लिए भी साल का सबसे अच्छा समय नहीं होता क्योंकि यह अपने साथ छोटी बड़ी बहुत सी समस्याएं लेकर आता है। सीलन और फफूंद से लेकर टपकती छत और गीली दीवारें। इस पूरे मौसम में हमारी कोशिश यही रहती है कि हम अपने घर को अंदर और बाहर से एक सलीकेदार स्थिति में रख सकें। इसके अलावा साजो सामान, कपड़े, बिजली के उपकरण को सही स्थिति में रखने का अतिरिक्त बोझ भी हम पर आ जाता है, विशेष रूप से अगर हम समुद्र के किनारे रहते हैं।

लेकिन चिंतित होने की जरूरत नहीं है, बस थोड़ा सा समय, और कोशिशें और कुछ बचाव के तरीको से हम सालाना मूसलाधार बारिश के प्रभाव दूर कर सकते हैं। पिछले कुछ वर्षों में हमने कुछ उपयोगी टिप्स और हेक्स जाने जो बारिश के मौसम में होने वाली सामान्य घरेलू परेशानियों से निपटने में सहायक हैं। चलिए देखते हैं, ये जरूर आपके लिए मददगार साबित होंगी।

1. कपड़ों की देखभाल

यह तो हम सभी जानते हैं कि कपड़ों को अच्छी तरह से धोकर , सुखा कर अच्छी तरह से साल भर ही रखना जरूरी होता है लेकिन यह सब खास तौर पर बारिश के मौसम के लिए और भी ज्यादा जरूरी है। बारिश के मौसम में कपड़े को सूखने में ज्यादा लंबा समय लग जाता है ,लेकिन उन्हें दुर्गंध से बचाना भी बेहद जरूरी है। एक अप्रिय गंध जो कि बारिश के मौसम में कपड़ों से अपने आप ही आने लगती है उसे रोकना और उससे बचाव करना जरूरी है।

हमने यह महसूस किया कि कपड़ों को केवल नियमित रूप से धोते रहना ही काफी नहीं होता।  साथ ही बहुत से ऐसे कपड़ों की अधिक धुलाई करना जो हम बाहर पहनते हैं। इसलिए हम ऐसे उपाय खोजते हैं जो ना सिर्फ हमारे कपड़ों को अच्छी खुशबू दें साथ ही उन्हें मुलायम भी बनाए रखे। यही कारण है कि हमने फैब्रिक कंडीशनर खोजा, एक ऐसा प्रोडक्ट जो कपड़ों को नया जीवन देने के लिए जाना जाता है।

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जब हमने पहली बार फैब्रिक कंडीशनर से अपने कपड़े धोए हमने उनकी दिखावट और खुशबू में बदलाव नोटिस किया। धुलने के बाद कपड़ों से एक बहुत अच्छी खुशबू आ रही थी और वह लंबे समय तक बरकरार रही। साथ ही इसके लेबल में हमने पढ़ा कि कंफर्ट कोर कपड़ों पर एक सुरक्षात्मक परत चढ़ा देता है जो कि बार बार कपड़ों की धुलाई से होने वाले नुकसान से बचाव करता है। कंफर्ट कोर फैब्रिक कंडीशनर का एक अतिरिक्त फायदा इसकी क्विक ड्राई यानी जल्दी सुखाने वाली तकनीक भी है , जो कि बारिश के मौसम में कपड़ों में पनपने वाली बुरी गंध से बचाव करता है। यह कपड़ों पर मौजूद क्वाट्स ( यानी सक्रिय तत्व ) को बढ़ावा देता है जिसकी वजह से कपड़े बारिश में भी जल्दी सूख जाते हैं।

फैब्रिक कंडीशनर से कपड़े कैसे धोएं

अगर हम हाथों से कपड़े धो रहे हैं तो हमें बस करना यह है कि आधा कप कंफर्ट कोर एक बाल्टी पानी में डालकर उसमें  डिटर्जेंट से धुले हुए कपड़ों को 5 मिनिट के लिए भिगो देना चाहिए। इसके बाद हमें बस कपड़ों को निकाल कर सूखने के लिए फैला देना है अब खंगालने की कोई जरूरत नहीं है।

वॉशिंग मशीन के लिए हमें सामान्य रूप से एक कप कंफर्ट कोर धुलाई चक्र के दौरान मशीन के अतिरिक्त हिस्से में डाल देना चाहिए। अगर आपकी मशीन में अतिरिक्त हिस्सा नहीं बना है तो आपको बस कपड़े खंगालने के अंतिम चक्र में फैब्रिक कंडीशनर मिला देना होगा।

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2. भोजन भंडार करना

चिप्स और मेवे अपना कुरकुरापन खो देते हैं और अचार की बॉटल में एक परत फफूंद की जम जाती है ,यह सब बारिश के दौरान किचिन में होने वाली सामान्य परेशानियां हैं। यह सब असल में निशानियां हैं कि बारिश के मौसम में रखे हुए खाद्य पदार्थों में नमी प्रवेश कर चुकी है। बीते कुछ सालों में हमने सीखा कि बारिश के मौसम में खाद्य पदार्थों को एयरटाइट डिब्बों में रखना बहुत जरूरी होता है। यह सुनने में बिलकुल मामूली बात लग सकती है लेकिन इसी की बदौलत आप अपनी खाद्य सामग्री को बारिश के मौसम में फफूंद लगने और उन्हें सड़ने से बचा सकते हैं।

टिशू और ब्लॉटिंग पेपर का उपयोग चिप्स , बिस्किट्स जैसे पदार्थ रखने के लिए किया जा सकता है , यह असरदार तरीके से नमी को दूर रखता है और गीलेपन से बचाव करता है। ब्लॉटिंग पेपर काफी अच्छा सोखने वाला कागज होता है जो विभिन्न पदार्थों में द्रव की मात्रा सोखने के काम आता है। आप आसानी से ब्लॉटिंग पेपर में अपने बिस्किट ,चिप्स दालें आदि लपेट कर बारिश के मौसम में उन्हें फ्रेश रख  सकते हैं। यह जरूर सुनिश्चित करें कि उन्हें सूखे यानी एयरटाइट डिब्बों में रखा जाए।

हमारा अनुभव है कि सूर्य की धूप में अनाज और आटा सुखा कर रखना भी बहुत काम आता है। ऐसा करना ना केवल नमी को दूर रखता है साथ ही इनमें मौजूद छोटे कीड़ों को भी दूर कर देता है।

बहुत से घरों का नियम है कि सब्जियां अखबार में लपेट कर रखी जाती हैं। यह विशेष रूप से बारिश के मौसम में अतिरिक्त नमी और सड़ने से बचाने में बहुत उपयोगी है।

3. फर्नीचर की देखभाल

बारिश के मौसम में लकड़ी के फर्नीचर, सामान ( कपबोर्ड्स ,दरवाजे ,रेलिंग आदि ) और साज सज्जा की वस्तुएं हवा में नमी की वजह से खराब होने लगती हैं। हमने यह भी नोटिस किया कि फर्नीचर सीलन और फफूंद के कारण खराब होने लगते हैं और उनमें दीमक लगने लगती है। एक आसान सा तरीका है जो सालों से अजमाया हुआ है कि कुर्सियों ,सोफा और पलंग को गीली खिड़कियों से दूर खिसका दिया जाए और दरवाजों को बारिश की सीधी बौछारों से बचाया जाए।

एक और बुद्धिमत्ता पूर्ण तरीका है कपूर की बॉल्स, लौंग और नीम की पत्तियों का प्रयोग करना ये नमी को दूर करते हैं। अगर आप अपने लकड़ी के फर्नीचर को बारिश के मौसम में फूलने ( पानी सोख लेने की वजह से ) से बचाना चाहते हैं तो हम सलाह देंगे कि इन पर वैक्स स्प्रे या तेल का प्रयोग करें। यह नुस्खा  हमारे लिए कारगर साबित हुआ है, आप भी ट्राय करें।

4. कीड़ों और सीलन से निपटना

बारिश के मौसम में गर्म और नमी युक्त वातावरण कीड़ों मकोड़ों के प्रजनन के लिए बिलकुल सही होता है और हम जानते हैं कि ये कितने परेशान करने वाले होते हैं। इनमें से कुछ कीड़ों की खासियत होती है कि वे फर्नीचर, दीवार आदि को खराब कर देते हैं, हमने पाया कि सबसे अच्छा है कि इन पर नजर रखी जाए और जरूरत के हिसाब से सारी सावधानियां बरती जाएं।

हम यह आवश्यक सलाह देंगे कि बारिश के मौसम में ठहरे हुए पानी वाली चीजें घर में रखने से बचें , बाथरूम में पानी से भरी बाल्टी ना रखें और ना ही खुले हुए वाटर कूलर हों। यह मच्छरों के प्रजनन को रोकने में मददगार साबित होगा। एक और सलाह काम की है कि मच्छर वाली जाली लगाई जाए जिससे हवा का बहाव घर में अच्छे से हो और जो मच्छरों को बाहर ही रखे।

बाथरूम को हर समय सूखा और साफ रखें और नालियों को ढंक कर रखें इससे भी कीड़े मकोड़ों से सुरक्षा सुनिश्चित होती है।

5. दीवारों पर सीलन और फफूंद से बचाव

आपको जानकर हैरानी होगी कि बारिश के मौसम में कभी कभी दीवारों पर उभर कर नजर  आने वाली काली सी फफूंद बेहद जहरीली होती है। यह न सिर्फ देखने में गंदी नजर आती है बल्कि इसके कुछ खतरनाक साइड इफेक्ट्स भी होते हैं। इसलिए आपको वो हर आवश्यक उपाय करना चाहिए जो इसे रोक दे ,और अगर फिर भी यह आ ही जाए तो आपको कुछ उपाय ट्राय करना चाहिए जो हमारे लिए कारगर साबित हुए हैं। इनमें से एक है दीवारों और टाइल्स से सीलन भरी काली फफूंद हटाने के लिए ब्लीच का प्रयोग करना। सीलन भरी काली फफूंद को साफ करने के लिए ब्लीच एक सहायक तत्व है। प्रभावित स्थानों को बोरेक्स और विनेगर के घोल से रगड़ कर साफ करना एक और तरीका है। आपको किचन और बाथरूम के लीकेज को ठीक करवाने पर भी ध्यान देना चाहिए और बाथरूम में एग्जॉस्ट पंखा लगवाना चाहिए। बारिश के मौसम में यह सब दीवारों को गीला होने से बचाने में सहायक साबित होगा।

इन टिप्स को अपनाकर अपने घर की देखभाल कीजिए और सारी चिंताओं से मुक्त होकर बारिश के मौसम का आनंद उठाइए!

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