
अपनी सिल्क साड़ी की हिफ़ाज़त के लिए उसकी सही तरीक़े से देखभाल करनी ज़रूरी है, वरना साड़ी ख़राब हो सकती है। फिर चाहे साड़ियों को धुलना हो या वॉर्डरोब में सहेजकर रखना। तो आइए, जानें सिल्क की साड़ियों के रखरखाव से जुड़े ख़ास सुझाव।
१) रखने के लिए
सिल्क साड़ियों को प्लास्टिक बैग में न रखें; इससे साड़ियों तक हवा नहीं पहुंचेगी, जिससे वें ख़राब हो सकती हैं। ऐसे में साड़ियों को रखने के लिए कॉटन के साड़ी बैग का इस ्तेमाल करें, या उन्हें कॉटन के साफ़ कपड़े में लपेट कर रखें। याद रहे, अधिक धूप और धूल दोनों ही सिल्क साड़ी के लिए अच्छे नहीं होते।
२) हवा में सुखाएं
सिल्क साड़ियों में नियमित रूप से हवा लगनी भी ज़रूरी है। ऐसा न होने से थोड़े समय बाद उनमें से बदबू आ सकती है। इससे बचने के लिए हर १-२ महीने के बाद साड़ियों को बाहर निकालकर रखें और १० मिनट तक हवा लगने दें। ग़लती से भी साड़ी को १० मिनट से ज़्यादा धूप में न रखें।

३) टांगने के लिए
सिल्क साड़ियों को तहा कर रखने से अच्छा है उन्हें हैंगर में टांग कर रखें। मगर इसके लिए लकड़ी के हैंगर्स का इस्तेमाल करें; प्लास्टिक या मेटल के हैंगर से बचें। प्लास्टिक के हैंगर वज़नदार साड़ी का भार नहीं उठा पाते, और मेटल के हैंगर से साड़ी पर ज़ंग के दाग़ लग सकते हैं।
४) कीड़ों से बचाव के लिए
सिल्क साड़ियों को सिल्वरफिश और मॉथ से दूर रखने के लिए फिनाइल की गोलियों का इस्तेमाल करें। लेकिन ध्यान रहे, फिनाइल की गोलियां साड़ियों से दूर हों, वरना इससे साड़ी का रंग या उसकी ज़री ख़राब हो सकती हैं। आप चाहें तो कपूर की गोलिय ां या नीम की पत्तियां भी साड़ी के पास रख सकते हैं; ये कीटनाशक का काम करते हैं।
क्या आप एक क्लीनिंग या लॉन्ड्री उत्पाद को खरीदने के लिए अधिक प्रवृत्त होंगे जिसके पैक पर एक दिखाई देता है QR कोड होता है तुलना में एक उत्पाद के साथ जिसमें QR कोड नहीं होता है?
0 वोट
५) धोने के लिए
साड़ियों को धोने के लिए हमेशा माइल्ड डिटर्जेंट का ही इस्तेमाल करें। इससे साड़ियों की चमक बरक़रार रहेगी और कपड़ा मुलायम बना रहेगा। साथ ही आपकी साड़ियां लंबे समय तक टिकेंगी।
अगर आप इन बातों का ध्यान रखेंगे तो आपकी सिल्क साड़ियों की रौनक़ और चमक दोनों बरक़रार रहेगी।