
आप जानते हैं कि कीटाणुओं और संक्रमण से ख़ुद को बचाने के लिए अपने हाथों को धोना ही सबसे असरदार तरीक़ा है। आप यह भी जानते होंगे कि किसी के छींकने या फिर खांसने के बाद कीटाणु ३ फीट तक फैल सकते हैं और सतहों, कपड़ों आदि पर चिपक सकते हैं। इस तरह कपड़े भी कीटाणुओं को फैला सकते हैं। इसलिए, चलिए जानते हैं कि कपड़ों को अच्छी तरह से साफ़ करने के लिए कैसे करें उनकी धुलाई।
खांसी, छींक और लार जैसी चीज़ों से कीटाणु कपड़ों पर चिपकते हैं और आसानी से फैलते हैं। हालांकि छूने से भी कीटाणु फैलते हैं, उदाहरण के लिए अगर कोई बीमार व्यक्ति अपने हाथ पर छींकता है और फिर आपकी शर्ट को छूता है, या फिर आप किसी ऐसी जगह पर बैठते हैं जिस पर किसी ने खांसा हो। इसके अलावा बीमार व्यक्ति के कपड़े पहनने, या किसी ऐसे व्यक्ति से अपना इलाज कराने से जो बीमार है, इन चीज़ों से भी कीटाणु फैलते हैं। विशेषज्ञ अभी भी इस बात को जानने की कोशिश कर रहे हैं कि कीटाणु कपड़ों स े कैसे फैलते हैं। कीटाणुओं को फैलने से रोकने के लिए कपड़ों को साधारण तरीक़े से धोना ज़रूरी है। पर ध्यान रहे, ऐसे कपड़े जिनकी वजह से कीटाणुओं के फैलने का डर ज़्यादा है, उन्हें अलग से धोएं।
अपने कपड़ों पर कीटाणुओं को पहुंचने से रोकने के लिए, सबसे पहले किसी भी बीमार व्यक्ति से दूर रहने की कोशिश करें। भले ही सभी लोग बीमार नहीं होंगे, पर फिर भी सभी लोगों से कम से कम २ मीटर की दूरी बनाए रखें। साथ ही अपने कपड़ों को नियमित रूप से धोएं और उन्हें स्वच्छ भी करें।
चलिए जानते हैं कुछ आसान टिप्स, जिनकी मदद से आप कपड़ों को साफ़ रख सकते हैं।
स्वास्थ्य कर्मचारी या फिर किसी बीमार व्यक्ति के कपड़ों को धोते वक़्त हाथों में दस्ताने पहनना न भूलें। कपड़ों को धोने के बाद दस्ताने सुरक्षित रूप से ढक्कनदार कूड़ेदान में डाल दें और अच्छे से हाथों को धोएं। हाथों को धोते वक़ ्त आप साबुन या फिर अल्कोहल-बेस्ड सैनिटाइज़र का इस्तेमाल कर सकते हैं। जैसे कि लाइफबॉय के सैनिटाइज़र, जो बाज़ार में आसानी से उपलब्ध हैं।

१) कपड़ों को ऐसे धोएं
सामान्य कपड़ों (हाई-रिस्क कपड़ों को छोड़कर) को अच्छे डिटर्जेंट का इस्तेमाल कर वॉशिंग मशीन में साधारण सायकल पर धोएं। आप चाहें तो सर्फ़ एक्सेल मैटिक लिक्विड का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसे ख़ासकर वॉशिंग मशीन के लिए बनाया गया है। लिक्विड होने की वजह से यह पानी में आसानी से घुल जाता है और कपड़ों को धोते वक़्त उन पर पाउडर की तरह निशान नहीं छोड़ता।
हम आपको सलाह देते हैं कि हाई-रिस्क कपड़ों की बेहतर सफ़ाई के लिए उन्हें गर्म पानी में धोए ं। अगर कपड़े पर कोई दाग़ है, तो पहले ठंडे पानी से दाग़ को साफ़ करें, फिर उसे गर्म पानी में धोएं। हाई-रिस्क वाले कपड़े वो होते हैं, जो या तो किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में आते हैं, जिसे संक्रमण हो सकता है (ख़ासकर किसी ऐसे व्यक्ति के साथ जो आपके साथ रहता है।), या वे कपड़े जो गंदे हैं (ख़ून, मूत्र, मल और उल्टी के दाग़ लगे कपड़े)। कपड़ों को धोने के साथ अलमारी की सफ़ाई करनी भी ज़रूरी है, तो अलमारी की सफ़ाई के लिए यहां क्लिक करें।
हाई-रिस्क में ये चीज़ें भी आती हैं
तौलिये और बेडशीट
मेडिकल यूनिफ़ॉर्म
बीमार व्यक्ति के कपड़े
क्या आप एक क्लीनिंग या लॉन्ड्री उत्पाद को खरीदने के लिए अधिक प्रवृत्त होंगे जिसके पैक पर एक दिखाई देता है QR कोड होता है तुलना में एक उत्पाद के साथ जिसमें QR कोड नहीं होता है?
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इन्हें साधारण कपड़ों से दूर रखना ही बेहतर उपाय है। कपड़ों को धोने से पहले लॉन्ड्री सैनिटाइज़र का इस्तेमाल कर आप इन्हें स्वच्छ भी कर सकते हैं। आप चाहें तो लाइफबॉय लॉन्ड्री सैनिटाइज़र का इस्तेमाल कर सकते हैं। कपड़ों को भिगोते वक़्त पैक पर दी गई जानकारी को ज़रूर पढ़ें और उसे डिटर्जेंट में न मिलाएं।
इन्हें धोने के लिए अगर आप वॉशिंग मशीन का इस्तेमाल कर रहें हैं, तो तौलिये और बेडशीट को धोते वक़्त सबसे लंबी वॉश सेटिंग सायकल का इस्तेमाल करें। बेहतर सफ़ाई के लिए मशीन को ओवरलोड न करें। इससे कपड़ों को घूमने के लिए जगह मिलेगी और सफ़ाई भी होगी।
२) कपड़ों को ऐसे सुखाएं
कपड़ों को तह कर रखने से पहले उन्हें अच्छे से सुखाएं। गीले कपड़े तह कर रखने से उनपर कीटाणुओं के पनपने की संभावना होती है। ऐसे में उन्हें धूप में सुखाएं। अग र आप कपड़ों को घर में सुखा रहे हैं, तो नीचे दिए गए टिप्स को अपनाएं।
कपड़ों को रैक पर टांगकर धूप में सुखाएं
खिड़कियों को खोलें, ताकि हवा का प्रवाह बना रहे
कपड़ों को जल्दी सुखाने के लिए उन्हें कोट हैंगर पर टांगें
कपड़ों को बीजाणुओं (स्पोर्स) की पहुंच से दूर रखने के लिए उन्हें घर की उन जगहों पर सुखाएं जहां आप कम समय बिताते हैं। अगर हो सके तो बेडरूम और लिविंग रूम में न सुखाएं।
अगर आपके पास टम्बल ड्रायर है, तो हम आपको सलाह देते हैं कि कपड़ों को पूरी तरह से सुखाने के लिए सबसे लंबी सायकल का उपयोग करें। साथ ही अगर आप अभी-अभी माता-पिता बने हैं और शिशु के कपड़ों को कीटाणु-मुक्त रखने के तरीक़े ढूंढ रहे हैं, तो इन टिप्स को अपनाएं।
३) कपड़ों को कब धोएं?
अगर आपको लगता है कि आप किसी बीमार व्यक्ति के संपर्क में आए हैं (उदाहरण के लिए अगर आप भीड़-भाड़ वाली जगह में रहते हैं।) या फिर आप हाई-रिस्क जगह में हैं, जैसे कि अस्पताल, तो बेहतर यही होगा कि घर पहुंचते ही कपड़ों को धोएं। कपड़ों को लॉन्ड्री बास्केट में न रखें; इससे कीटाणु फैल सकते हैं।
सामान्य रूप से बाहर जाते वक़्त पहने गए कपड़ों को दोबारा पहनने से पहले उन्हें धोना ज़रूरी है। घर में पहनने वाले कपड़ों को भी समय-समय पर धोते रहना चाहिए। अगर आपके घर के पर्दे गंदे दिखाई दे रहे हैं तो उनकी भी बेहतर तरीक़े से सफ़ाई करनी ज़रूरी है।
४) वॉशिंग मशीन को ऐसे करें साफ़
अगर आप कपड़ों को वॉशिंग मशीन में धो रहे हैं, तो उससे पहले वॉशिंग मशीन को साफ़ करना न भूलें। अगर मशीन में गंदगी या कीटाणु हैं और आप कपड़ों को मशीन में धोते हैं, तो कपड़ों पर गंदगी और कीटाणु फैल सकते हैं। वॉशिंग मशीन के इस्तेमाल के बाद उसके दरवाज़े को आधे घंटे तक खुला रखें, ता कि हवा का प्रवाह बना रहे। साथ ही घर की सफ़ाई करने के लिए चेकलिस्ट और शेड्यूल बना लें, जिससे आपको मालूम रहेगा कि आपको कौन सा काम कब करना है। इससे एक साथ काम का बोझ भी नहीं पड़ेगा और सारा काम भी होता रहेगा।
की टिप्स
आप कभी नहीं चाहेंगे कि कपड़ों पर जमे कीटाणु सांस लेते वक़्त हवा के साथ आपके अंदर चले जाएं। इसलिए कपड़ों को धोने से पहले कभी न झटकें। साथ ही इन कपड़ों को धोते वक़्त या इन्हें मशीन में डालते वक़्त अपने शरीर के संपर्क में न आने दें।
अगर आपके घर में कोई बीमार व्यक्ति है, तो उसके तौलिये, नैपकिन या फिर कपड़ों को इस्तेमाल न करें। बीमार व्यक्ति के कपड़ों को अलग रखें।
गंदे कपड़ों को धोने के बाद अपने हाथों से चेहरे को न छुएं। कपड़ों को धोने के बाद सबसे पहले अपने हाथ धोएं।
कपड़ों को तह कर रखने से पहले उन्हें अच्छे से सुखाएं। गीले कपड़ों में कीटाणु पनपने की संभावना होती है।
इन आसान टिप्स को अपनाकर आप अपने कपड़ों की धुलाई करके उन्हें साफ़ कर सकते हैं और अपने परिवार को कीटाणुओं से सुरक्षित रख सकते हैं।
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