
सफ़ाई करना और कीटाणु-मुक्त करना, दोनों में क्या अंतर है, सबसे पहले यह समझ ना होगा। सफ़ाई का मतलब है, सतह से गंदगी और मैल को साफ़ करना। पर सिर्फ़ सफ़ाई से बीमारी पैदा करने वाले कीटाणु नष्ट नहीं होते हैं। लॉकडाउन के बाद व्यक्तिगत चीज़ों की सिर्फ़ सफ़ाई करना काफ़ी नहीं है। सुरक्षात्मक चीज़ें, जैसे दस्ताने और मास्क दूषित सतहों के संपर्क में आ सकते हैं। इसलिए इन्हें कीटाणु-मुक्त करने की भी आवश्यकता है।
सीडीसी के अनुसार, कीटाणुनाशक की मदद से सतहों से कीटाणुओं को मारा जा सकता है, जिससे संक्रमण फैलने की संभावना कम हो जाती है।
किसी भी सतह को छूने के बाद हाथों को साबुन और पानी से धोएं या फिर हैंड सैनिटाइज़र का इस्तेमाल करें। साथ ही अपने परिवार को इसका महत्व समझाएं और उन्हें भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करें।
१) डिस्पोज़ेबल मास्क और दस्ताने
अगर आपके घर में कोई बीमार है, तो उस व्यक्ति के कपड़ों को धोते वक़् त डिस्पोज़ेबल दस्ताने और मास्क का इस्तेमाल करना बेहतर है। फिर लॉन्ड्री बास्केट और मशीन के ड्रम को डिसइंफेटिंग वाइप्स से पोंछें। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए दस्ताने और मास्क को सावधानी से डिस्पोज़ करें।

दस्ताने निकालने के बाद अपने हाथों को साबुन या हैंडवॉश और गर्म पानी से २० सेकेंड तक धोएं। साथ ही यह सुनिश्चित करें कि कोई एक व्यक्ति या देखभाल करने वाला व्यक्ति ही बीमार व्यक्ति के कपड़ों को धोए। घर के बच्चे और बुज़ुर्ग सदस्य को बीमार व्यक्ति की चीज़ों को छूने न दें।
२) रियूज़ेबल मास्क और दस्ताने
अगर आप किराने की दुकान या फिर ऑफ़िस की गाड़ ी की सतह पर जमे कीटाणुओं के संपर्क में आने से बचना चाहते हैं, तो रियूज़ेबल मास्क और दस्तानों का इस्तेमाल करें।
लेकिन रियूज़ेबल दस्ताने और मास्क को साफ़ और कीटाणु-मुक्त करने का सही तरीक़ा क्या है? यह भी जान लें। इस बात का भी ध्यान रखें कि बाहर जाते वक़्त आपने जो कपड़े और मास्क पहने थे, उन्हें अलग से ही धोएं। इन कपड़ों को दूसरे कपड़ों के साथ न धोएं, ऐसा करने से कीटाणु फैल सकते हैं।
क्या आप एक क्लीनिंग या लॉन्ड्री उत्पाद को खरीदने के लिए अधिक प्रवृत्त होंगे जिसके पैक पर एक दिखाई देता है QR कोड होता है तुलना में एक उत्पाद के साथ जिसमें QR कोड नहीं होता है?
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बाहर जाते वक़्त आप जो कपड़े और मास्क पहन रहे हैं, उसे निकालकर रखने के लिए एक अलग लॉन्ड्री बैग रखें। जैसे ही आप घर पहुंचते हैं, अपने सभी कपड़े, मास्क और दस्ताने उतार दें। कपड़े बदलने के बाद अपने हाथों को साबुन से कम से कम २० सेकेंड तक धोएं। फिर कपड़े और रक्षात्मक चीज़ों को वॉशिंग मशीन में डालें और अगर संभव हो, तो हॉटेस्ट वॉटर (अधिक गर्म पानी) सेटिंग का इस्तेमाल करें। अगर आपकी वॉशिंग मशीन में सैनिटाइज़ेशन सायकल उपलब्ध है, तो उसका भी इस्तेमाल करें। साथ ही कपड़ों को अच्छे से सुखाएं। उन्हें सुखाने के लिए ड्रायर का इस्तेमाल करें या फिर उन्हें धूप में सुखाएं।
कपड़ों को स्वच्छ या कीटाणु-मुक्त करने के लिए आप लाइफबॉय लॉन्ड्री सैनिटाइज़र का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसे रोज़ाना इस्तेमाल किए जाने वाले डिटर्जेंट में मिलाएं। इस्तेमाल करने से पहले पैक पर दी गई जानकारी को पढ़ें।
३) कपड़े के फेस मास्क
याद रखें, हर इस्तेमाल के बाद कपड़े के मास्क को धोना न भूलें। ऐसा मास्क ख़रीदें जो आपके चेहरे पर अच्छी तरह से फिट हो। आपको बार-बार इसे छूकर ठीक करने की ज़रूरत न पड़े। मास्क का मुख्य उद्देश्य नाक और मुंह को ढंकना है। इसलिए अगर मास्क की इलास्टिक ढीली है, तो इसे ठीक करने की कोशिश करें, या फिर इसे फेंक दें और नया मास्क ख़रीदें। आप घर पर स्कार्फ़, टी-शर्ट या तौलिये से कपड़े के मास्क बना सकते हैं। ध्यान रहे, कपड़े का फेस मास्क तीन परतों का होना ज़रूरी है।
याद रखें, जब भी आप मास्क लगाने जाएं तब सबसे पहले अपने हाथों को साबुन से धोएं या फिर सैनिटाइज़र का इस्तेमाल करें। साथ ही मास्क की अंदरूनी परत पर ध्यान दें और सुनिश्चित करें कि वही परत आपके चेहरे को छूती हो। मास्क को कसकर बांधें और मुंह व चेहरे को अच्छे से ढं कें। अगर आप जानना चाहते हैं कि मास्क का इस्तेमाल और उसे डिस्पोज़ कैसे करें? तो यहां क्लिक करें। फेस मास्क और दस्तानों को छूने से पहले और बाद में हाथों को धोएं। ये टिप्स हमेशा आपके काम आएंगे।
Source:
https://www.cdc.gov/coronavirus/2019-ncov/community/cleaning-disinfecting-decision-tool.html